प्लास्टिक इंडस्ट्री को नई दिशा देने वाला बहुपयोगी पॉलीमर ➨
बैकलाइट एक संश्लेषित रेजिन है, जिसे वर्ष 1907 में बेल्जियम मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक लियो एच बैकेलेंड ने ईजाद किया था | उस वक्त तक लकड़ी , वायर इत्यादि की कोटिंग के लिए ज्यादातर लाख के चमड़े का इस्तेमाल होता था , जो ज्यादा सुरक्षित नहीं था |
बैकेलेंड ने फिनौल व फॉर्मेएल्डिहाइड के रासायनिक संयोजन से ऐसा संश्लेषित रेजिन तैयार किया , जो तापरोधी व विधुतरोधी था , और जिसे मनचाहे आकार में ढाला जा सकता था |यह प्लास्टिक केअन्य पॉलीमर के मुकाबले ज्यादा सस्ता व बहुपयोगी भी था | बैकेलेंड को इसमें करोबारी संभावनाए नजर आई और उन्होंने 7 दिसंम्बर 1909 को अमेरिकी से इसका पेटेंट हासिल कर लिया |
1910 में उन्होंने जनरल बैकेलाईट कंपनी की स्थापना की और बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन शुरू कर दिया | अपनी उत्कृष्ट इन्सुलेटिंग खूबियों के चलते इस नए प्लास्टिक ने जल्द ही इलेक्ट्रिक पॉवर इंडस्ट्री व होम एप्लायंसेज में चमड़े व सख्त रबर की जहग ले ली |
1920 के दशक तक इसका नॉब, डायल , सर्किट पैनेल और यहं तक की रेडियो - टेलीफ़ोन इत्यादि के कैबिनेट बनाने में व्यापक इस्तेमाल होने लगा | हालांकि पचास के दशक के बाद इसकी लोकप्रियता घटने लगी , लेकिन हालिया दौर में " रेट्रो " उत्पादों के रूप में इसका चलन फिर बढ़ने लगा है |
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