ब्रहस्पति का आठवा बड़ा चाँद ➨
एलारा हमारे सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति का आठवां सबसे बड़ा चंद्रमा (उपग्रह) है जिसे 2 जनवरी 1905 को अमेरिकी खगोलविज्ञानी चार्ल्स डी पेरेन ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के माउंट हेमिल्टन में स्थित लिक वेधशाला से खोजा था |
इसका यह नाम ग्रीक देवता जियस ( रोमन देव ज्यूपिटर के समकक्ष ) की प्रेयसी एलारा को अपनी पत्नी हेरा से छिपाकर धरती की अतल गहराइयों में रखा था , जहां पर एलारा ने तिटयस नामक एक दैत्य को जन्म दिया |
इसे यह नाम 1975 में दिया गया | इससे पहले इसे " जुपिटर 7 " के नाम से जाना जाता था | यह ज्यूपिटरके हिमालिया उपग्रहों समूह के अंतर्गत आता है |
गौरतलब है की हिमालिया 5 उपग्रहों का समूह है , जो ज्यूपिटर से 11 से 13 मिलियन किमी की दूरी के मध्य रहते हुए इसकी परिक्रमा करते है | एलारा की औसत त्रिज्या 43 किमी है और यह हिमालिया के बाद आपने समूह का दूसरा सबसे बड़ा उपग्रह है | ज्यूपिटर से तकरीबन 11.7 मिलियन किमी की दुरी पर स्थित रहते हुए यह लगभग 260 दिनों में अपनी एक परिक्रमा पूरी करता है |
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